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    • 16 NOV 16
    सिरदर्द क्या है ओर ये क्यूँ होता है ?

    बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण किसी को भी सरदर्द होना एक आम बात है | लेकिन इस दर्द के कई ऐसे कारण  हो सकते है जिनमें जरा सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है | इसलिए सरदर्द को हल्के में नहीं लेना चाहिए | कभी-कभी यह दर्द किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है | वैसे तो सिरदर्द आज के समय में काफी आम हो गया है लेकिन कई बार यह दर्द आगामी रोगों की सूचना भी देता है |

    यूं तो सिरदर्द के कई कारण है पर  हर कारण का जो मुख्य कारण या आधार है वह है ऑक्सीजन का मस्तिष्क तक ना पहुंच पाना,  जो की कई कारणों से संभव है फिर वह थकावट हो या तनाव, अनिद्रा हो या मानसिक दबाव |

    जाने- कैसे करें अपने सही सरदर्द की पहचान ?

    सिरदर्द का अर्थ है सिर के एक या एक से अधिक हिस्सों में साथ ही गर्दन के पिछले भाग में हल्के से लेकर तेज़ दर्द का अहसास होना | सिरदर्द की गंभीरता को आप नजरअंदाज नहीं कर सकते | इसलिए जरूरी है कि इस मामले में आप सही समय पर चिकित्सकीय जांच करवाएं, क्योंकि कभी-कभी यह माइग्रेन, तनाव व ब्रेन से संबंधित रोगों के कारण से भी हो सकता है | सही समय पर उचित उपचार ना मिलने पर यह प्राणघातक भी हो सकता है |

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    सिरदर्द से मुक्ति पाने के लिए आवश्यक है इसकी सही पहचान यानी यह क्यों और किन कारणों से हो रहा है | यदि हम सिरदर्द का कारण समझ जाए तो हम उसका उपचार भी कर सकते हैं | आइए जानते हैं सिर दर्द होने के विभिन्न प्रकार व कारण |

    हम सिरदर्द को उसके कारण के अनुसार दो भागों में बांट सकते हैं, प्राइमरी और सेकेंडरी |

    प्राइमरी

    यह वह सिर दर्द है जो किसी और रोग के कारण से नहीं होता |

    सेकेंडरी

    यह वह सिर दर्द है जो किसी और रोग के कारण होता है | यह सामान्य से लेकर गंभीर रोगों किसी की भी कारण से हो सकता है | सामान्य रोग जैसे- नाक में वायरल, संक्रमण, नींद की कमी, कैफीन के आदतो को कैफ़ीन ना मिलना या किसी दवा का अचानक बंद हो जाना | गंभीर रोग जैसे- बोन कैंसर, मेनिनजाइटिस, एंसेफलाइटिस, सब आर्केनाइड हेमरेज | कुछ मिश्रित सिर दर्द भी होते हैं जिस में तनाव जनित सिरदर्द या सेकेंडरी सिरदर्द माइग्रेन के कारण बन जाते है |

    तनाव से सरदर्द

    तनाव से होने वाला सिरदर्द सामान्य प्रकार का होता है | यह मांसपेशियों में सिकुड़न के कारण होता है | यह सरदर्द लंबे समय तक तनाव रहने के कारण होता है | तनाव से पैदा हुआ सिरदर्द अक्सर धीमा और स्थिर होता है | 90% सर दर्द इसी कारण होते हैं और आम तौर पर खुद ही ठीक हो जाते हैं | इसके अतिरिक्त रोजाना होने वाला सिरदर्द भावनात्मक तनाव, थकान व शोरगुल से भी हो सकता है | वैसे तो ऐसा सिरदर्द सिर में कहीं भी हो सकता है परंतु गर्दन या दोनों कनपटियों में यह दर्द तेज होता है|

    जाने- कही आपके सरदर्द का कारण तनाव तो नही ?

    माइग्रेन से सिरदर्द

    माइग्रेन ऐसा सरदर्द है जो अधिकतर अनुवांशिक होता है | यह सिरदर्द हर किसी में अलग-अलग होता है | माइग्रेन सिर के आधे हिस्से में और बहुत तेज होने वाला सिर दर्द है | इस दर्द में कई बार जी मिचलाना, उल्टी होना, रोशनी के प्रति संवेदनशीलता, दृष्टि दोष, सुस्ती, बुखार और ठंड भी लगती है | माइग्रेन से कई बार धीरे-धीरे और कई बार तेज दर्द होने लगता है | इसका कारण किसी पदार्थ से एलर्जी भी हो सकती है |

    जाने- क्या माइग्रेन ले सकता है सरदर्द का भयंकर रूप ?

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    नशीले पदार्थ लेने वालों में सिरदर्द

    इस तरह का सिर दर्द अधिकतर उन लोगों में होता है जो नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं | वह नशे के आदी हो जाते हैं और जब उन्हें नशा नहीं मिलता तो उनके सिर में दर्द होने लगता है | यह इसलिए होता है क्योंकि नशीले पदार्थों के सेवन से ऊतकों पर उत्तेजक प्रभाव पड़ता है | इससे ऊतकों का आवरण उत्तेजित हो जाता है | मस्तिष्क में इसी तरह की उत्तेजना के कारण सिर दर्द होता है |

    जाने- क्या हो सकते सरदर्द होने के कारण ?

     

    साइनस सिरदर्द

    साइनस सिरदर्द तब होता है जब आपके साइनस में संक्रमण हो जाता है और उस में जलन होने लगती है | साइनस में सिरदर्द तेज और कई बार लगातार होता रहता है | यह अधिकतर सुबह शुरु होता है | साइनस के सरदर्द में आंखों में, गाल में और सिर के अगले हिस्से में दबाव और दर्द होता है और साथ ही इसमें नीचे झुकने पर दर्द बहुत तेज होता है | इसमें ऊपरी दांत में दर्द, बुखार, ठंड लगना, चेहरे पर सूजन आदि की समस्या भी आ जाती है |

    जाने- क्या साइनस भी दे सकता है सरदर्द ?

    क्लस्टर सिरदर्द

    यह सिरदर्द का बहुत ही खतरनाक प्रकार है, क्योंकि इसमें सिर में होने वाला दर्द बहुत ही तेज होता है | इसमें प्राय देखा गया है कि यह विशेष चक्र के अनुसार होता है अर्थात कभी-कभी तो यह सिरदर्द कई हफ्तों या महीनों में एक बार होता है तथा खुद ही ठीक भी हो जाता है तो कई बार दिन में कई बार उत्पन्न होता है |

    जाने- सिरदर्द में क्या खाना चाहिए ओर क्या नही ?

     

    कब्ज से सिरदर्द

    सिर दर्द उत्पन्न होने का एक अन्य कारण और भी है जिसे कब्ज से होने वाला सिरदर्द कहते हैं | अधिक कब्ज होने के कारण यह सिर दर्द होता है | पेट में कब्ज बनने के कारण कभी-कभी आँतो की दीवारों में प्लाजमा आवश्यकता से अधिक नष्ट होने लगते हैं | जिसके कारण ब्रेन तक रक्त पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पाता है, जिससे सिर दर्द होने लगता है |

    जाने- सिरदर्द को दूर करने के 11 घरेलू नुस्खे

     

    नजला जुकाम या साइनस सिरदर्द

    नजले-जुकाम से पीड़ित रहने वाले लोगों को भी अक्सर सिर दर्द की समस्या बनी रहती है | जुकाम ज्यादा रहने का कारण साइनस भी हो सकता है | साइनस में नाक तो अवरूद्ध होती ही है साथ ही नाक में कफ आदि का बहाव अधिक मात्रा में होता है | जिसकी वजह से अक्सर सिर दर्द रहता है |

    जाने- सिरदर्द दूर करने वाले 10 पेय पदार्थ

     

    सरदर्द का उपचार

    ⁠⁠⁠गौ नस्य

    मुख्य लक्षण– सिर में दर्द होना | यह स्वतंत्र व्याधि भी है ओर कुछ व्याधियों का लक्षण मात्र भी |

    मुख्य दोष– वात, पित्त, कफ

    प्रभावित संस्थान– वातनाड़ी संस्थान

    गौमूत्र की उपयोगिता– गौमूत्र मेधी है, इसलिए मस्तिष्कीय ज्ञान-तंतुओं को शक्ति देता है | दीपन ओर पाचन होने के कारण शरीर को बनाए रखता है | पित्त, तिक्त व उष्ण होने के कारण लाभ करके नाड़ी संस्थान तो ताक़त देने से सरदर्द को मिटाता है | नित्य गौमूत्र पीने से स्थाई रूप से सरदर्द नष्ट हो जाता है |

    गौ-नस्य की उपयोगिता– देशी गाय के दूध के कण अत्यंत सूक्ष्म होने के कारण उसके घी से बना गौ-नस्य मस्तिष्क के अतिसूक्ष्म नाड़ीयों में जाकर अवरोध को दूर कर सरदर्द को मूल सहित उखाड़ फेंकता है |

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